Class 10 Subjective Sanskrit Chapter 8 कर्मवीरकथा | पीयूषम् भाग 2 | Bihar Board Sanskrit Subjective Question 2025

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Class 10 Subjective Sanskrit Chapter 8 कर्मवीरकथा मंटू सर Mantu Sir(Dls Education) के द्वारा तैयार किए गए सब्जेक्टिव प्रश्नों के मॉडल सेट (Subjective Model Set 2025) की मदद से अब आप परीक्षा में ज्यादा अंक प्राप्त कर पाएंगे संस्कृत विषय (Sasnskrit Subjective Questions) की तैयारी कर रहे हैं तो आपको सब्जेक्टिव प्रश्नों (Subjective Questions) को जरूर याद करना चाहिए आप लोग के लिए प्रश्न के साथ उत्तर भी उपलब्ध कराया जा रहा है

सब्जेक्टिव प्रश्नों का और यह सभी सब्जेक्टिव प्रश्न चैप्टर वाइज (Chapter Wise Subjective Questions) आप लोग के लिए तैयार किया गया है जिससे कि आप परीक्षा में ज्यादा प्राप्त कर सके आप लोग के लिए महत्वपूर्ण सब्जेक्टिव प्रश्न (important Subjective Questions) को चुना गया है चैप्टर के अनुसार और साथी पिछले कुछ वर्षों के परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों को भी आप लोगों तक पहुंचाया गया है इन मॉडल सेट के मदद सेतो अब आप संस्कृत विषय की तैयारी और मजबूत कर पाएंगे इन मॉडल सेट (Model set 2025) के जरिए

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Class 10 Subjective Sanskrit Chapter 8 कर्मवीरकथा

कर्मवीर कथा इस पाठ से आपको परीक्षा में काफी प्रश्न पूछे जाते हैं इसलिए काफी महत्वपूर्ण पाठ है यह इस पाठ में आपकोप्रगति चाहने वालों को क्या करना चाहिए इसकी जानकारी है औरशिक्षा कम जीवनसत्य प्रमगातीइस वाक्य का मतलब आपको पता होना आवश्यक हैइसमें रामप्रवेशराम की पूरी कहानी है और इससे आपको काफी कुछ सीखने को मिलती है इस पाठ के महत्वपूर्ण सब्जेक्टिव प्रश्नों (important Subjective Questions) को जरूर याद करें 

लघु उत्तरीय प्रश्न 

प्रश्न 1. ‘कर्मवीर कथा’ का सारांश लिखेंप्रश्न : [2014AII] 

उत्तर– कर्मवीर कथा में एक ऐसा प्रतिभाशाली कर्मनिष्ठ बालक की चर्चा  है I जो निर्धन एवं दलित जाति में जन्म लेकर भी उच्च पद पर आसीन हो जाता विपरीत परिस्थितियों में भी अपने आत्मबल को दृढ़ बनाए रखता है। बालक के सहज आकर्षण से प्रभावित होकर अध्यापक ने अपने विद्यालय में पढ़ाना शुरू किया । पढ़ाई जीवन की उत्तम गति है इस बात को उसने चरितार्थ कर दिया। स्नातक परीक्षा में विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया। केन्द्रीय लोक सेवा की परीक्षा में भी स्वाध्याय और व्यापक विषय ज्ञान के कारण ऊँचा स्थान प्राप्त किया 

2.रामप्रवेश का जन्म कहाँ हुआ था ? अथवा, रामप्रवेश की जीवनी पर प्रकाश डालें ।[2016AII]

उत्तर- रामप्रवेश का जन्म बिहार राज्य अन्तर्गत ‘भीखनटोला’ नामक गाँव में हुआ था । वे पुस्तकालयों में अनेक विषयों की पुस्तकों का अध्ययन किया करते थे। वे अध्ययन को छात्रों की पूजा मानते थे। अपने परिश्रम के परिणामस्वरूप केंद्रीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने में वे सफल रहे ।

प्रश्न 3. ‘कर्मवीर कथा’ से क्या शिक्षा मिलती है ?12014AI, 2018AII, 2020AI, 2021AII

अथवा, कर्मवीर कौन था एवं उसके जीवन से हमें क्या शिक्षा मिलतीहै ?[2020A1, 2021AII]

उत्तर– रामप्रवेश कर्मवीर कथा था। ‘कर्मवीरकथा’ पाठ से हमें यह शिक्षा मिलती है कि गाँव में रहने वाले दलित निर्धन छात्र भी मेहनत करने पर सर्वोच्च स्थान पर पहुँच सकते हैं। लगन, धैर्य, उत्साह और कठिन परिश्रम से मनुष्य किसी भी कठिनाई पर विजय प्राप्त कर सकते हैं

प्रश्न 4. अपनी प्रगति चाहने वाले को क्या करना चाहिए ?[2018AII]

उत्तर-अपनी प्रगति चाहने वाले को लगन, धैर्य और उत्साह के साथ कठिन परिश्रम करना चाहिए । इस से व्यक्ति किसी भी कठिनाई पर विजय प्राप्त कर सकता है। मेहनती व्यक्ति अवश्य सफल होते हैं ।

प्रश्न 5. रामप्रवेश राम की चारित्रिक विशेषताएँ क्या थी ?[2018C]

उत्तर- एक शिक्षक ने रामप्रवेश को विद्यालय में लाकर उनकी पढ़ाई आरम्भ की। रामप्रवेश शिक्षा को असली धन मानकर परिश्रमपूर्वक अध्ययन करने लगा । इस प्रकार उन्होंने उच्च शिक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया । जब उनका नामांकन महाविद्यालय में हुआ तो वहाँ भी वे लोकप्रिय हो गए। हमे शापुस्तकालय तथा  अपनी कक्षा में पूर्ण मनोयोग से बिना एक  क्षण गँवाए अध्ययरनत रहने लगा । महाविद्यालय के पुस्तकालय में अनेक प्रकार के विषयों का अध्ययन करके आत्मसात् कर लिया।

स्नातक की परीक्षा में विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त करके महाविद्यालय की इज्जत बढ़ाई । (इसके बाद) विश्वविद्यालय तथा नगर में रामप्रवेश चर्चा का विषय बन गया । पिता को कोई नहीं जानते भी विद्यापुत्र के कारण प्रसिद्ध हो गए। अर्थात् पुत्र के कारण पिता-माता की इज्जतबढ़ गई ।

प्रश्न 6. रामप्रवेश की प्रतिष्ठा कहाँ-कहाँ देखी जा रही है ?हुए[2019AI]

उत्तर– रामप्रवेश की प्रतिष्ठा, विद्यार्थी जीवन के साथ-साथ प्रान्तीय प्रशासन एवं केन्द्रीय प्रशासन में देखी जा रही है। उनकी प्रशासन क्षमता और संकट के समय उनके द्वारा लिए गए निर्णय सबको मुग्ध कर देते हैं ।

प्रश्न 7. “शिक्षा कर्म जीवनस्य परमागतिः ” रामप्रवेश राम पर उपरोक्त  कथन कैसे घटित होता है ?[2019AII]

उत्तर- ‘शिक्षा कर्म जीवनस्य परमागतिः’ यह कथन रामप्रवेश के चरित्र परप्रभाव डालती है । रामप्रवेश एक साधारण गाँव के साधारण परिवार के लड़के थे। एक शिक्षक के माध्यम से शिक्षा के महत्व को वे समझ गए तो निरंतर अभ्यास करते हुए, भारतीय लोकसेवा आयोग की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्तकिए । हुए ?

प्रश्न 8. साक्षात्कार के समय समिति सदस्य रामप्रवेश पर क्यों प्रसन्न[2019C]

उत्तर – साक्षात्कार के समय समिति के सदस्य रामप्रवेश के व्यापक ज्ञान सेbअत्यन्त प्रसन्न हुए ।

प्रश्न 9. महाविद्यालय में प्रवेश के बाद रामप्रवेश किस प्रकार स्वाध्यायमें लीन हो गया ?[2019C]

उत्तर-महाविद्यालय में प्रवेश के बाद रामप्रवेश गुरूओं का प्रिय होते हुएसदैव पुस्तकालय में और अपने वर्ग में सावधान मन से समय न गँवाते हुए अपने अध्ययन में संलग्न हो गया ।

प्रश्न 10. रामप्रवेश राम का घर कहाँ था और कैसा था ? [ 2020AII]

उत्तर– रामप्रवेश राम का घर भीखनटोला में था । उनका घर कुटिया(झोपड़ी थी।

प्रश्न 11. रामप्रवेश राम किससे प्रभावित होकर अध्ययन में निरत हो[2021AI, 2023AII,2024AI]

उत्तर– राम प्रवेश राम अपने शिक्षक से प्रभावित होकर विद्या को अपनी जीवन के परमगति मानकर अध्ययन करना प्रारंभ किया ।

प्रश्न 12. ‘कर्मवीर कथा’ के आधार पर रामप्रवेश राम के परिवार का वर्णन करें ।[2022A1]

उत्तर– रामप्रवेश राम का घर गाँव से बाहर था। जो रामप्रवेश राम के पिता दलित थे। उनकी पत्नी, एक पुत्र तथा एक पुत्री थी। कुल मिलाकर उनके परिवार में चार सदस्य थे ।

प्रश्न 13. प्रशासन द्वारा संस्थापित प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक की विशेषताओं का उल्लेख करें ।12022C]

उत्तर-प्रशासन द्वारा संस्थापित प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक नई दृष्टिकोण सम्पन्न सामाजिक समताप्रिय थे। उनकी शिक्षण-शैली उत्कृष्ट थी । उनके सान्निध्य में रामप्रवेश राम जैसे गरीब विद्यार्थी ने उत्तम शिक्षा प्राप्त की।

प्रश्न 14. रामप्रवेश राम के महाविद्यालयीय शिक्षा के बारे में लिखें12023 AJI

उत्तर– एक शिक्षक ने रामप्रवेश को विद्यालय में लाकर उनकी पढ़ाई आरंभ की। रामप्रवेश शिक्षा को असली धन मानकर परिश्रमपूर्वक अध्ययन करने लगा ।इस प्रकार उन्होंने उच्च शिक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया । जब उनका नामांकन महाविद्यालय में हुआ तो वहाँ भी वे लोकप्रिय हो गए। हमेशा पुस्तकालय तथा अपनी कक्षा में पूर्ण मनोयोग से बिना एक क्षण गँवाए अध्ययनरत रहने लगे ।

महाविद्यालय के पुस्तकालय में अनेक प्रकार के विषयों का अध्ययन करके आत्मसात् कर लिया । स्नातक की परीक्षा में विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त करके महाविद्यालय की इज्जत बढ़ाई। इसके बाद विश्वविद्यालय तथा नगर में रामप्रवेश चर्चा का विषय बन गया। पिता को कोई नहीं जानते हुए भी विद्यापुत्र के कारण प्रसिद्ध हो गए । अर्थात् पुत्र के कारण पिता-माता की इज्जत बढ़ गई

Sanskrit Chapter 8 कर्मवीरकथा Class 10

कर्मवीरकथा के कोई भी प्रश्न अब आप बड़े आसानी से बना सकते है बस आप को इन प्रश्न को कई बार पढ़ लेना है और हमने QUIZ Format मे आप के परीक्षा के मध्यनाज़र इस पोस्ट को तैयार किया है class 10h Sanskrit कर्मवीरकथा इस पोस्ट मे दिए गए है तो अब आप को परीक्षा मे कोई भी कर्मवीरकथा के प्रश्न से डरने की जरूरत नहीं फट से उतर दे

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कर्मवीरकथा Class 10 Subjective

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S.N संस्कृत | Class 10 Sanskrit Chapters objective and Links
1 मङ्गलम् Click Here
2 पाटलिपुत्रवैभवम् Click Here
3 अलसकथा Click Here
4 संस्कृतसाहित्ये लेखिकाः Click Here
5 भारतमहिमा Click Here
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