10th Social Science First Terminal Exam 2023: अगर आप सभी इस वर्ष Bihar Board से कक्षा 10वीं की पढ़ाई कर रहे तो जैसा की आप सभी को पता है | की बिहार बोर्ड के द्वारा first terminal exam 2023-24 कराया जा रहा है | जिसका प्रश्न पत्र परीक्षा के पहले वायरल हो गया है | आपको बता दें की आज के इस पोस्ट में बिहार बोर्ड द्वारा आयोजित first terminal exam 2023 के Question Paper का Answer दिया गया है।
बिहार बोर्ड के द्वारा first terminal exam 2023-24 का आयोजन 18 जुलाई से स्कूल स्तर पर किया जा रहा है। आप सभी को यह बता दें की आप सभी विषय का answer key सिर्फ हमारे इस वेबसाइट www.dlsofficial.com से देख सकते है | जिसका लिंक निचे दिया गया है |
Bihar Board 10th Social Science First Terminal Exam 2023-24 Science answer key Download
तो आप सभी को बता दें कि आज के इस पोस्ट में सामाजिक विज्ञान (Social Science ) विषय का Original Question Paper का Answer दिया गया है |जिससे आप सभी अपने Social Science के first terminal exam 2023-24 में अच्छा मार्क्स ला सकते हैं | तो आप सभी जल्दी से Answer को नोट कर लीजिए | ताकि आप अपने परीक्षा में अच्छा स्कोर कर सके। इस पोस्ट के माध्यम से आप Bihar Board Class 10th first terminal exam 2023-24 के उत्तर के साथ Social Science विषय का Question Paper Download कर सकते हैं।
10th Social Science First Terminal Exam Answer Key Download 2023-24
1- C | 11- D | 21- B | 31- A | 41- A |
2- B | 12- B | 22- A | 32- A | 42- B |
3- B | 13- A | 23- A | 33- D | 43- C |
4- A | 14- A | 24- C | 34- C | 44- D |
5- B | 15- A | 25- B | 35- A | 45-A |
6- C | 16- D | 26- C | 36- A | 46- D |
7- B | 17- D | 27- A | 37- A | 47- D |
8- A | 18- C | 28- A | 38- C | 48- A |
9- D | 19- B | 29- C | 39- B | |
10- D | 20- A | 30- D | 40- C |
नीचे दिए गए लिंक से आप सब्जेक्टिव प्रश्न का उत्तर पीडीएफ़ फॉर्मेट में डाउनलोड कर सकते है ।
1ST TERMINAL EXAM | CLASS 10TH 2023 |
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1. गैरीबाल्डी पेशे से क्या था ? इसके कार्यों को लिखें।
उत्तर :- गैरीबाल्डी पेशा एक यात्रिक व्यापारिक पेशा था। गैरीबाल्डी व्यापारी यात्राएं करके वस्त्र, गहने, उपहार और विभिन्न उत्पादों की विक्रय करते थे। वे विदेशी बाजारों में जाते और वस्त्रों, कला-संग्रह, खाद्य पदार्थों, और सामग्री को खरीदने और बेचने का कारोबार करते थे। इससे वे सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान करते थे।
2. 1848 के फ्रांसीसी क्रांति के क्या कारण थे ?
उत्तर :-1848 की फ्रांसीसी क्रांति के कई कारण थे। प्रमुख कारणों में सामाजिक और आर्थिक असंतोष, मध्यवर्ग और किसानों के विपन्नता, महंगाई, न्याय और समानता की मांग, कार्यकारी शक्तियों की सत्ता और बाजारी स्थिति में परिवर्तन शामिल थे। लोगों के आर्थिक और सामाजिक दुःख के कारण, विभिन्न वादों, संघर्षों, और प्रदर्शनों ने अंततः फ्रांस में संशोधनिका की स्थापना की।
३. रूसी क्रांति के किन्हीं दो कारणों को लिखें।
उत्तर :- रूसी क्रांति के दो महत्वपूर्ण कारण निम्नलिखित थे:
सामाजिक और आर्थिक असमानता: रूसी समाज में गहरी सामाजिक और आर्थिक असमानता थी, जहां श्रमिक, किसान और कमजोर तबके अधिकारहीन थे और शक्तिशाली तबकों द्वारा उत्पीड़ित होते थे।
प्रशासनिक असामरिकता: अभावग्रस्त, दुर्बल और भ्रष्ट तालियों के चलते रूसी सरकार अवकाश में थी, जिससे अवकाशी व्यवस्था, कार्यक्षमता और न्याय बिगड़ गए। यह नागरिकों के विरोध, प्रदर्शन और संघर्ष का कारण बना।
4.खूनी रविवार क्या है ?
उत्तर :- “खूनी रविवार” भारतीय इतिहास में 30 जनवरी 1948 को हुए दुर्भाग्यपूर्ण हत्याकांड को कहा जाता है। इस दिन महात्मा गांधी, भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और अहिंसा के प्रणेता, की दिल्ली के बीरला भवन में नथूराम गोडसे नामक एक हिन्दू राष्ट्रवादी ने हत्या कर दी। यह घटना राष्ट्रीय शोक का कारण बनी और भारतीय इतिहास में एक अहिंसा और एकता के प्रतीक के रूप में मान्यता प्राप्त करी।
5. जेनेवा समझौता कब और किनके बीच हुआ ?
उत्तर :- जेनेवा समझौता, जिसे आमतौर पर “जेनेवा-१” के रूप में जाना जाता है, 20 वीं सदी के बाद के एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय समझौता था। यह समझौता द्वितीय विश्वयुद्ध (द्वितीय विश्व महायुद्ध) के दौरान 11 अप्रैल 1947 को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय जेनेवा, स्विट्जरलैंड में हुआ था
इतिहास (दीर्घ उत्तरीय प्रशन ) 10th Social Science First Terminal Exam 2023
7. इटली के एकीकरण में मेजिनी एवं काबूर के योगदानों का उल्लेख करें।
उत्तर :- इटली के एकीकरण (Italian Unification) में गीयोवान्नी बाटिस्ता मेजिनी (Giuseppe Mazzini) और कामिल्लो डी कावूर (Camillo di Cavour) दोनों का महत्वपूर्ण योगदान था।
गीयोवान्नी बाटिस्ता मेजिनी इटली के एकीकरण के संगठनात्मक और प्रगतिशील विचारक थे। उन्होंने एक संगठनिक नेटवर्क बनाया जिसे “यंग इटली” (Young Italy) के रूप में जाना जाता है। इस संगठन के माध्यम से मेजिनी ने युवाओं को राष्ट्रीय उद्देश्यों, स्वतंत्रता और एकीकरण के प्रति प्रेरित किया। उन्होंने एकीकरण के लिए लोगों में राष्ट्रीय भावना और इटली के विभाजन से बचने के लिए आवाज उठाई।
दूसरी ओर, कामिल्लो डी कावूर पिएमोंटे के प्रधानमंत्री थे और एक कुशल राजनेता और विचारशील नेता थे। उन्होंने इटली के एकीकरण के लिए विदेशी यात्राओं, संधियों, और राजनीतिक सामझौतों का ब्रह्मांडिक उपयोग किया। उन्होंने महाराष्ट्र के विवादित क्षेत्रों को जीतने के लिए मजबूत सेना और विदेशी सहायता का उपयोग किया। कावूर के नेतृत्व में, पिएमोंटे ने अनेक राज्यों को विजयी किया और अंततः 1861 में इटली के राष्ट्रीय एकीकरण को साकार किया।
8. बोल्शेविक क्रांति का वर्णन करें।
उत्तर :- बोल्शेविक क्रांति रूस के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना थी जो 1917 ईसवी के दौरान हुई। इस क्रांति का प्रमुख उद्देश्य था रूसी साम्राज्यवाद (Tsarist Autocracy) को अवास्तविक करके साम्राज्यवादी सरकार की जगह सोसियालिस्ट सरकार स्थापित करना। इस क्रांति का नेतृत्व व्लादिमीर लेनिन और उनकी दल बोल्शेविक पार्टी ने किया।
बोल्शेविक क्रांति की शुरुआत फरवरी 1917 में पेट्रोग्राड (संधिग्राम) में हुई, जब भ्रष्टाचार, खाद्य संकट और युद्ध की बुरी स्थिति के कारण जनसमर्थन में गिरावट हो गई। लोगों में नाराजगी और निष्ठावानता बढ़ी और वे व्यक्तिगत स्वतंत्रता, सामाजिक न्याय और सरकारी बदलाव की मांग करने लगे।
राजनितिक विज्ञान ( लघु उत्तरीय प्रशन) 10th Social Science First Terminal Exam 2023
9. जातीय एवं सांप्रदायिक विविधता लोकतंत्र को किस प्रकार प्रभावित करता है ?
उत्तर :- जातीय और सांप्रदायिक विविधता लोकतंत्र को दंगा-फसाद, असमंजस्य, विभाजन, अविश्वास, राजनीतिक रंजिश, अन्याय और मानवाधिकारों की असुरक्षा देती है। यह सामाजिक समरसता कम कर, तनाव पैदा कर और लोकतंत्रिक संरचना को खतरे में डाल सकती है, जिससे सामंजस्यपूर्ण समाज और संविधानिक मूल्यों का ध्यान घट सकता है।
10. धर्मनिरपेक्ष शासन की क्या अवधारणा है
उत्तर :- धर्मनिरपेक्ष शासन विचारधारा का मतलब है कि शासन न्यायपूर्ण तथा समानाधिकारिक होना चाहिए, धर्म के आधार पर नहीं। यह मानवाधिकारों, धर्मस्वतंत्रता, सामाजिक समरसता, सम्प्रेषण और धार्मिक सहयोग को सुनिश्चित करता है। धर्मनिरपेक्ष शासन में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है और धर्मान्धता से दूरी रखी जाती है ताकि न्याय और समानता प्रबल रहें।
11. सत्ता में साझेदारी से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर :- सत्ता में साझेदारी सत्ता में सरकार बनाना एक विधानिक प्रक्रिया है जहां विभिन्न दलों या गठबंधनों के सहमति और सहयोग के आधार पर सत्ता का हिस्सा बनाया जाता है। इससे सरकार का स्थायित्व और सहजता बढ़ती है, और विभिन्न सामाजिक या राजनीतिक मुद्दों पर सहमति के आधार पर नीतियों का निर्णय लिया जाता है। हालांकि, साझेदारी में मतभेद और समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिसे समझौता और संवाद के माध्यम से समाधान किया जाना चाहिए।
12. भारत में संघीय शासन व्यवस्था की क्या विशेषता है ?
उत्तर :- भारत में संघीय शासन व्यवस्था की विशेषताएं हैं: विभाजित शक्तिप्रणाली, महत्वपूर्ण संविधान, न्यायिक प्रक्रिया, शास्त्रीय अधिकारों की सुरक्षा, सहयोग और समन्वय. यह व्यवस्था केंद्र और राज्य सरकारों के बीच शक्ति विभाजन करती है और नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा और संवाद को प्राथमिकता देती है।
राजनितिक विज्ञान ( दीर्घ उत्तरीय प्रशन)10th Social Science First Terminal Exam 2023
13. भारत की विधायिकाओं में महिलाओं के प्रतिनिधित्व की स्थिति स्पष्ट करें। राष्ट्रीय प्रगति में महिलाओं का क्या योगदान है ?
उत्तर :- भारतीय विधायिकाओं में महिलाओं के प्रतिनिधित्व की स्थिति बदलती आ रही है। संविधान द्वारा राष्ट्रीय सभा और विधानसभाओं में महिला आरक्षण प्रदान किया गया है। वर्तमान में, महिला सांसदों और विधायिका द्वारा नीतियों, कानूनों और समाजिक मुद्दों पर प्रभावी योगदान दिया जा रहा है। महिलाओं का योगदान राष्ट्रीय विकास में महत्वपूर्ण है। वे शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में उन्नति का अग्रणी भूमिका निभा रही हैं, साथ ही महिला सशक्तिकरण के माध्यम से समाज में सामाजिक परिवर्तन को प्रोत्साहित कर रही हैं
14. राजनैतिक दल किस तरह से सत्ता में साझेदारी करते हैं ? उल्लेख करें।
उत्तर :- राजनैतिक दल सत्ता में साझेदारी करने के लिए निम्नलिखित तरीके अपना सकते हैं:
1. गठबंधन बनाना: दलों के बीच चुनावी गठबंधन बनाया जा सकता है, जहां वे एकजुट होकर चुनावों में अधिक सीटों की जीत के लिए मिलकर प्रतिस्पर्धा करते हैं।
2. सरकारी महासचिवालय समझौता: सत्ताधारी दल के साथ बाहरी सहयोगी दलों के बीच सरकारी महासचिवालय समझौता हो सकता है, जिसमें वे नीतियों और कार्यक्रमों पर सहमति के आधार पर सत्ता का आदान-प्रदान करते हैं।
3.विभाजित पदों का वितरण: साझेदारी के रूप में, दलों को सरकारी पदों का वितरण करने की प्राथमिकता दी जा सकती है, जिससे वे अपने समर्थकों को संतुष्ट कर सकें और सत्ता की वितरण में सहयोग कर सकें।
4.संघटना कार्यक्रम: राजनीतिक दल संघटना कार्यक्रमों के माध्यम से सत्ता में साझेदारी कर सकते हैं, जहां वे अपनी नीतियों, मानदंडों और संगठन की समझौता करते हैं।
इन तरीकों से राजनीतिक दल साझेदारी करके सत्ता में अधिक सत्ताधारी बनने का प्रयास करते हैं, जिससे उनके संगठन की प्रभावशीलता बढ़ती है।
अर्थववस्था ( लघु उत्तरीय प्रशन) 10th Social Science First Terminal Exam 2023
15. समाजवादी अर्थव्यवस्था से आप क्या समझते हैं
उत्तर :- समाजवादी अर्थव्यवस्था सामाजिक न्याय, सामाजिक समानता और समृद्धि पर आधारित होती है। इसमें सरकारी नियंत्रण, सामाजिक सुरक्षा, मजदूरों और किसानों के अधिकारों की सुरक्षा शामिल होती है। यह अर्थव्यवस्था सामाजिक न्याय और समानता को प्राथमिकता देती है और उच्च वितरण के साथ समृद्धि को प्रोत्साहित करती है।
16. आर्थिक नियोजन क्या है
उत्तर :- आर्थिक नियोजन एक प्रक्रिया है जिसमें आर्थिक संसाधनों को प्रबंधित करके आर्थिक स्थिति को सुधारने और संप्रभुता को सुनिश्चित करने का काम किया जाता है। यह योजनाबद्धता, वित्तीय संचालन, निवेश निर्धारण, नौकरी सृजन और आर्थिक विकास की प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करता है। इसका उद्देश्य सामाजिक आर्थिक समृद्धि और विकास को प्रोत्साहित करना है।
17. प्रति व्यक्ति आय (Per Capita Income) क्या है ?
उत्तर :- प्रति व्यक्ति आय (Per Capita Income) एक आर्थिक माप निर्धारक है जो एक देश, क्षेत्र या संगठन की कुल आय को जनसंख्या के साथ विभाजित करके प्राप्त होती है। इससे प्रति व्यक्ति की औसत आय पता चलती है। यह आर्थिक स्थिति, विकास और आर्थिक असमानता का मापक होता है।
18. सकल घरेलू उत्पाद (GDP) क्या है
उत्तर :- सकल घरेलू उत्पाद (GDP) एक आर्थिक मापक है जो देश के सभी वाणिज्यिक और सेवा क्षेत्रों के माध्यम से उत्पन्न किए गए वाणिज्यिक उत्पाद का मूल्य मापता है। यह एक निर्देशक है जो देश की आर्थिक गतिविधियों को मापता है और वित्तीय प्रगति का मापक होता है। GDP का अध्ययन और विश्लेषण आर्थिक नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अर्थववस्था ( दीर्घ उत्तरीय प्रशन)10th Social Science First Terminal Exam 2023
19. र्थव्यवस्था की संरचना (Structure of Economy) से क्या समझते हैं ? इन्हें कितने भागों में बाँटा गया है
उत्तर :- अर्थव्यवस्था की संरचना उसके आधारिक तत्वों और क्षेत्रों के विभाजन को संकेतित करती है। यह दिखाती है कि एक देश या क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियाँ कितने भागों में विभाजित हैं। प्रमुख भागों में शामिल हो सकते हैं: कृषि, उद्योग, सेवाएं, वित्तीय सेक्टर, आपूर्ति श्रृंखला, निर्माण, आवास, पर्यटन, और आर्थिक सेक्टर जैसे। इन भागों का मानचित्रण आर्थिक विकास, रोजगार, आय वितरण, और वित्तीय संतुलन के प्रति प्रभाव को बयां करता है। आर्थिक संरचना राष्ट्रीय आर्थिक नीति और विकास की योजनाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
20. राष्ट्रीय आय में वृद्धि भारतीय विकास के लिए किस तरह से लाभप्रद है ? वर्णन करें।
उत्तर :- राष्ट्रीय आय में वृद्धि भारतीय विकास के लिए कई लाभ प्रदान करती है। यह आर्थिक स्थिति, वित्तीय संरचना और सामान्य जीवन में सुधार का मापक होता है। वृद्धि रोजगार के अवसरों को बढ़ाती है, आर्थिक असमानता को कम करती है, नई उच्चतम आय के स्रोत प्रदान करती है और गरीबी को कम करने में मदद करती है। यह सरकारी योजनाओं, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं और अवसरों के संबंध में विकास को प्रोत्साहित करती है। साथ ही, वृद्धि आर्थिक विकास को सुसंगत और स्थायी बनाने में मदद करती है और देश की संभावनाओं को बढ़ाती है। इसलिए, राष्ट्रीय आय में वृद्धि भारतीय विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
भूगोल ( लघु उत्तरीय प्रशन)
21. खनिज (Minerals) क्या है ? इसकी क्या विशेषता है ?
उत्तर :- खनिज धातुओं, खनिज पदार्थों और अन्य प्राकृतिक संसाधनों का समूह है। इनमें मूल्य, उद्योगों के लिए महत्वपूर्णता, आर्थिक विकास के स्रोत, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय व्यापार का घटक, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका होती है। खनिज उद्योग, विकास और आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
22. चिपको आन्दोलन क्या है ?
उत्तर :- चिपको आन्दोलन भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थापित हुआ एक पर्यावरणीय आन्दोलन था। इसमें ग्रामीण महिलाओं द्वारा पेड़ों की रक्षा की गई और अन्धश्रद्धा, वनों के कटाव और अनुचित विकास के खिलाफ लड़ाई लड़ी गई। यह आन्दोलन पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समानता और स्वावलंबन के प्रतीक के रूप में महत्वपूर्ण माना जाता है।
23.बहुउद्देशीय परियोजना से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर :- बहुउद्देशीय परियोजना एक बड़ी योजना है जिसमें कई उद्देश्यों को साथ में ध्यान में रखा जाता है। इन परियोजनाओं का मुख्य लक्ष्य विकास, आर्थिक उन्नयन, सामाजिक सुधार और पर्यावरणीय संरक्षण को प्रोत्साहित करना होता है। ये परियोजनाएं इंफ्रास्ट्रक्चर, पर्यटन, ऊर्जा, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि के क्षेत्रों में विकास के लिए निर्माण की जाती हैं। इन परियोजनाओं से सामरिक, आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय स्तर पर समृद्धि प्राप्त होती है।
24. पवन अपरदन वाले क्षेत्र में कृषि की कौन-सी पद्धति उपयोगी मानी जाती है ?
उत्तर :- पवन अपरदन वाले क्षेत्र में कृषि के लिए प्रमुख उपयोगी पद्धति है पवन ऊर्जा का उपयोग करना। वायुमंडलीय किनेटिक ऊर्जा को पवन ऊर्जा के रूप में बदलकर पंप चलाने, पशुपालन, जल आपूर्ति, सिंचाई, बीज बोने आदि में उपयोग किया जाता है। पवन ऊर्जा सुरक्षित, स्वच्छ और नवाचारी है और अनुकूलता देती है जो कृषि क्षेत्रों में उपयोगी होती है।
25. संसाधन निर्माण में तकनीक की क्या भूमिका है
उत्तर :- तकनीक संसाधन निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह संसाधनों के प्रभावी उपयोग और प्रबंधन में मदद करती है। तकनीकी नवाचार, मशीनरी, संचार और नवीनतम उपकरणों का उपयोग करके संसाधनों की उपयोगिता, उत्पादकता और कार्यगतता को बढ़ाती है। इसके माध्यम से विभिन्न कार्यों को अधिक समय और श्रम से पूरा किया जा सकता है और उत्पादकता में सुधार होता है।
26. रेड डेटा बुक क्या है ?
उत्तर :- रेड डेटा बुक एक प्रमुख पर्यावरणीय संग्रहीत पुस्तक है जिसमें वन्य जीवों, पौधों और प्राकृतिक प्रजातियों के अस्तित्व का मूल्यांकन होता है। इसमें प्रजातियों की संरक्षण और संवर्धन की आवश्यकता की जानकारी संग्रहीत की जाती है और इसका उपयोग प्राकृतिक संपदा के संरक्षण के लिए नीति निर्माण और कार्यक्रमों में किया जाता है।
भूगोल ( दीर्घ उत्तरीय प्रशन)
27.जैव-विविधता (Bio-diversity) क्या है ? यह मानव के लिए क्यों महत्त्वपूर्ण है
उत्तर :- जैव-विविधता (बायोडाइवर्सिटी) पृथ्वी पर विविध जीवन रूपों, प्रजातियों, और जीवसमुदायों की विविधता को संकेत करती है। यह समुदायों की संप्रभुता, पौधों, जंतुओं, माइक्रोऑर्गनिज्म्स और उनके जीवसमुदायों का वैज्ञानिक अध्ययन करती है। जैव-विविधता मानव जीवन के लिए महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह वनस्पति, खाद्य संचार, विज्ञान, औषधीय उत्पादों, जैव नियंत्रण, पोषण, मानव स्वास्थ्य, और आर्थिक लाभ के स्रोत के रूप में सेवाएं प्रदान करती है। इसकी संरक्षण मानव समुदायों के लिए सजीव और स्थायी वातावरण की गारंटी है।
28. अभ्रक (Mica) की उपयोगिता एवं वितरण पर प्रकाश डालिए ।
उत्तर :- अभ्रक (Mica) एक विशेष प्रकार का पत्थर है जो धातुओं की एक प्रमुख संपूरक सामग्री के रूप में उपयोगी है। इसकी प्रमुख उपयोगिता विद्युतीय औजारों, इलेक्ट्रॉनिक्स, औषधीय उत्पादों, चमकदार पट्टियों, आभूषणों, पुताई उत्पादों, और रंगों में होती है। यह अभ्रक उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है और उत्पादन के केंद्रों में वितरित होता है। भारत, जिहोंग और ब्राजील प्रमुख अभ्रक उत्पादक देश हैं। इसका वितरण विश्वस्तरीय है, और यह विभिन्न उद्योगों के लिए उपलब्ध होता है। अभ्रक का वितरण वाणिज्यिक, निजी और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मार्गों के माध्यम से होता है।
आपदा प्रबंधन
29 आपदा से आप क्या समझते हैं ? यह कितने प्रकार का होता है ?
उत्तर :- आपदा एक अकाल, प्राकृतिक आपदा, मानविक आपदा या आपदा स्थिति की घटना है जो असामान्य परिस्थितियों में आम जीवन को प्रभावित करती है। यह प्राकृतिक या मानविक कारणों से हो सकती है जैसे कि भूकंप, बाढ़, तूफान, आग, आतंकवाद आदि। आपदा विभिन्न प्रकार की होती है जैसे कि प्राकृतिक आपदा, जैविक आपदा, तकनीकी आपदा, आर्थिक आपदा, सामाजिक आपदा आदि।
3०. बाढ़ से सुरक्षा हेतु अपनाई जानेवाली सावधानियों को लिखें।
उत्तर :- बाढ़ से सुरक्षा हेतु निम्नलिखित सावधानियाँ अपनाएं:
१) उचित जल स्रोत के आसपास घर न बनाएं।
२) जल बहाव की चेतावनी के लिए मौजूदा वेदनी और सूचना स्रोतों का प्रयोग करें।
३) खतरनाक इलाकों के पास रहने से बचें।
४) सुरक्षित उच्चस्थल पर घर बनाएं।
५) नियमित रूप से मौसम और जलवायु विज्ञानी से सलाह लें।
६) संबंधित स्थानीय प्राधिकारियों की गाइडलाइनों का पालन करें।
७) आपातकालीन तत्वों के लिए तैयार रहें, जैसे कि जहरीले कीटनाशक, खाद्य संगठन, औषधालय आदि।
31 . सुखाड़ के लिए जिम्मेवार कारकों को लिखें।
उत्तर :- सुखाड़ के लिए जिम्मेवार कारकों को ध्यान में रखें:
१) नियमित जल संचय करें और प्रयोग में उचितीकरण करें।
२) विनियमित रूप से जल संरक्षण और जलवायु प्रबंधन के उपाय अपनाएं।
३) बारिश का पानी संग्रहित करें और उपयोग करें।
४) जल संचयी तंत्रों का उपयोग करें, जैसे कि घरेलू नलकूप और तालाबों का निर्माण।
५) जल संयंत्रों का प्रयोग करें, जैसे कि पानी की शुद्धिकरण यूनिट्स और पुनर्निर्माण सुविधाएं।
६) जल संबंधित शिक्षा और जागरूकता बढ़ाएं।
७) संबंधित सार्वजनिक नीतियों और विनियमों का पालन करें।
32. बिहार में बाढ़ की स्थिति का उल्लेख करें।
बिहार में बाढ़ की स्थिति निरंतर चुनौतीपूर्ण रहती है। मुख्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मिथिलांचल और कोसी क्षेत्र शामिल हैं। मूसलाधार वर्षा, मेघबारिश, बांधों की कमजोरी, अव्यवस्थित शहरीकरण और बांध व्यवस्था की अयोग्यता के कारण बाढ़ की ज्यादा प्रावधानिकता होती है। सरकार बाढ़ प्रबंधन, सतर्कता और राहत कार्यों में सक्रिय है, लेकिन बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और बेहतर सामरिक इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है।