Class 10 Subjective Sanskrit Chapter 2 पाटलिपुत्रवैभवम् | पीयूषम् भाग 2 | Bihar Board Sanskrit Subjective Question 2025

Class 10 Subjective Sanskrit Chapter 2 पाटलिपुत्रवैभवम् बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में ज्यादा अंक प्राप्त करना चाहते हैं तो संस्कृत विषय के सब्जेक्टिव प्रश्नों(Sasnskrit Subjective Questions) को जरूर पढ़ना चाहिए आपको आपको पता होगा बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2025 (Bihar Board Matric Exam, 2025) में 50% ऑब्जेक्टिव और 50% सब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाने वाले हैं ऐसे में सब्जेक्टिव प्रश्नों (important Subjective Questions)  के जवाब अगर आपने दे दिए तो आप आसानी से 50 अंक प्राप्त कर सकते हैं आपको बता दें दो नंबर और पांच नंबर के लघु उत्तरीय, दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Short And Long Question Answer) आपसे पूछे जाते हैं

ऐसे में आप परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आपको महत्वपूर्ण चैप्टर(Sanskrit Important Chapater) के अनुसार प्रश्नों की तैयारी करना बेहद जरूरी है इसी क्रम में आपका मदद करेंगे सर Mantu Sir(Dls Education) कर के मॉडल सेट (Subjective Model Set 2025)  जो की खास कर सब्जेक्टिव प्रश्नों के लिए बनाए गए हैं इनमें चैप्टर वाइज सब्जेक्टिव प्रश्नतैयार किया गया है और जाति पिछले कुछ वर्षों के परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों को चैप्टर के अनुसार (Chapter Wise Subjective Questions) विभाजित कर सेट में डाला गया है जिससे आप परीक्षा में ज्यादा अंक प्राप्त कर सकें

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Class 10 Subjective Sanskrit Chapter 2 पाटलिपुत्रवैभवम्

संस्कृत के दूसरे चैप्टर में आपको पटना के बारे में पढ़ने को मिलता है इस पाठ में आपको पाटलिपुत्र जो की पटना का पहला नाम था इसके संस्कृति और पाटलिपुत्र के वैभवऔर पटना का गुरुद्वारा किस तरह से महत्वपूर्ण ने इसकी जानकारी मिलती हैपाटलिपुत्रको लेकर आपको सब कुछ जानकारी मिलती है कौन-कौन से विदेशी यात्री पटना आए थे इसकी भी जानकारी है साथी पाटलिपुत्र की प्राचीन महोत्सव का वर्णन भी आपको इस पाठ में मिलता है चंद्रगुप्त मौर्य के काल में पाटलिपुत्र की रक्षा व्यवस्था कैसी थी यह सब कुछ आपको पता चलती है आप इस पाठ को अपने परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्णइकाई में रखें और इसके महत्वपूर्ण प्रश्नों (important questions) को जरूर याद करें 

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. सिख सम्प्रदाय के लोगों के लिए पटना क्यों महत्वपूर्ण है ?[2022C]

अथवा, पटना का गुरूद्वारा किसके लिए और क्यों महत्वपूर्ण है ?[2013A, 2014A

उत्तर- गुरु गोविन्द सिंह ने पटना सिटी में जन्म लिया था। पटना सिटी में सभी सिख धर्मगुरु पधारे हैं। दसवें गुरु गोविन्द सिंह का जन्मस्थल गुरुद्वारा भी यहीं है। इसीलिए इस पवित्र स्थल का सिख सम्प्रदाय में बड़ा महत्व है।

प्रश्न 2. पाटलिपुत्र के वैभव पर प्रकाश डालें । 12013C, 2014A, 2020A1, 2022A1]

अथवा पाटलिपुत्र की विशेषताओं का वर्णन करें । [2022A11]

उत्तर– पाटलिपुत्र ने प्राचीन काल से अब तक अपने महत्व को धारण कियाहै। प्राचीन काल से ही यहाँ सरस्वती का मुख्य केन्द्र माना जाता है। वर्तमान समय में यह बिहार की राजधानी है। यहाँ के उत्कृष्ट संग्रहालय, उच्च न्यायालय,जैविक उद्यान, तारामण्डल, गोलघर, महावीर मन्दिर आदि दर्शनीय है। सिख सम्प्रदाय के दसवें गुरु गोविंद सिंह का जन्मस्थल जो गुरूद्वारा नाम से जाना जाताहै। जहाँ देश-विदेश के यात्री दर्शन करने आते हैं तथा पटना का पालन करने वाली देवी पटन देवी आज भी पूजी जाती है।

प्रश्न 3. लेखक ‘पाटलिपुत्रवैभवम्’ पाठ में हमें क्या संदेश देना चाहते[2016AI]

उत्तर-लेखक का कहना है, कि प्राचीन कालमेंपाटलिपुत्र एक महान नगरथा, जहाँ शिक्षा, वैभव और समृप्रश्नद्धि थी। मध्यकाल में इसकी स्थिति ठीक नहींथी।मुगलकाल में इस नगर का पुनः उद्धार हुआ तथा अंग्रेजों के शासन काल से लेकर वर्तमान में इस नगर का अत्यधिक विकास हो रहा है

4.राजशेखर ने पटना के सम्बन्ध में क्या लिखा है?[2018AI, 2021A1, 2021A11, 2024AП

उत्तर– कवि राजशेखर ने अपनी काव्यमीमांसा में लिखा है कि पटना में बड़े-बड़े कवि-वैयाकरण-भाष्यकार परिक्षित हुए। उन्होंने कहा कि बहुत समय तक पाटलिपुत्र की प्राचीन सरस्वती परम्परा स्थित रही।

प्रश्न 5. पटना के मुख्य दर्शनीय स्थलों का नामोल्लेख करें ।(2018AI, 2020AII, 2022AI, 2024A1]

उत्तर-पटना के मुख्य दर्शनीय स्थल-संग्रहालय, सचिवालय, गोलघर,तारामंडल, संजय गाँधी जैविक उद्यान, महावीर मंदिर और सिखों के दसवें गुरू गुरुगोविंद सिंह का जन्म स्थल आदि है।

प्रश्न 6. कौन-कौन से विदेशी यात्री पटना आये थे ? [ 2018A1]

उत्तर- मेगास्थनीज, फाह्यान, हेनसांग, इत्सिंग आदि विदेशी यात्री पटना आये थे ।

प्रश्न 7. पाटलिपुत्र के प्राचीन महोत्सव का वर्णन करें। अथवा, पटना में कौमुदी महोत्सव कब मनाया जाता है ? [ 2018CJ

उत्तर– पाटलिपुत्र में शरदकाल में कौमुदी महोत्सव बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता था। सभी नगरवासी आनंदमग्न हो जाते थे। इस समारोह का विशेषप्रचलन गुप्तवंश के शासनकाल में था। आजकल जिस तरह दुर्गापूजा मनाई जातीहै, उसी प्रकार प्राचीनकाल में कौमुदी महोत्सव मनाया जाता था ।

प्रश्न 8. प्राचीन ग्रन्थों में पटना के कौन-कौन से नाम मिलते हैं ?[2018AIL, 2021AII, 2022AIL

उत्तर-प्राचीन ग्रन्थों में पटना के नाम पुष्पुर, कुसुमपुर और पाटलिपुत्र मिलते हैं।

प्रश्न 9. चन्द्रगुप्त मौर्य के काल में पाटलिपुत्र की रक्षा व्यवस्था कैसी थी ?[2019AI, 2020A11, 2021AII, 2024AII

उत्तर– पाटलिपुत्र वैभवम् पाठ में बिहार के राजधानी पटना के प्राचीन महत्वका निरूपण है। ऐतिहासिक परम्परा से आधुनिक राजधानी के प्रसिद्ध स्थलों का निरूपण किया गया है । चन्द्रगुप्त मौर्य के समय यहाँ की शोभा तथा व्यवस्था उत्कृष्ट थी ।

प्रश्न 10. भगवान बुद्ध ने पटना के सम्बन्ध में क्या कहा था ?12019AI1, 2020AIL, 2023ALI]

उत्तर– भगवान बुद्ध ने पाटलिग्राम के बारे में कहा था कि यह गाँव एकसमय में महानगर होगा । किन्तु परस्पर लड़ाई आग और बाढ़ के समय से सदैव पीड़ित रहेगा। कालान्तर में पाटलिग्राम ही पटना कह जाने लगा ।

प्रश्न 11. ‘पाटलिपुत्रवैभवम्’ पाठ के आधार पर यहाँ स्थित दर्शनीयस्थलों पर प्रकाश डालें ।[2019 AU

उत्तर- इस समय पाटलिपुत्र अर्थात् पटना नामक नगर अति विशाल औरबिहार राज्य की राजधानी है। दिना दुनी इसका विस्तार हो रहा है। इस नगर की उत्तर दिशा में गंगा नदी बहती है। इसके ऊपर एशिया महादेश का सबसे लम्बापुल गाँधी सेतु बना हुआ है और रेलपुल का निर्माण हो रहा है। इस नगर में उत्कृष्ट संग्रहालय, उच्च न्यायालय, सचिवालय, गोलघर, तारामंडल, जैविकउद्यान, मौर्यकालिक अवशेष, महावीर मंदिर आदि दर्शनीय स्थान है। प्राचीन पटना नगर में सिख सम्प्रदाय के पूजनीय स्थल गुरुद्वारा दसवें गुरु गुरुगोविंद सिंहका जन्म स्थान है। पर्यटन की दृष्टि से यह नगर अति महत्वपूर्ण है।

प्रश्न 12. पाटलिपुत्र का पुष्पपुर या कुसुमपुर नाम का उल्लेख करें।[2022AJ]

उत्तर-कुछ प्राचीन ग्रन्थों पुराणों आदि में पाटलिपुत्र का नामान्तर अर्थात्अन्य नाम पुष्पपुर या कुसुमपुर प्राप्त होता है ।

प्रश्न 13. प्राचीनकाल में पाटलिपुत्र को शिक्षा का केन्द्र क्यों मानाजाता है ?[2022C)अथवा, दामोदर गुप्त ने पटना के संबंध में क्या लिखा है ? [2018]

उत्तर- प्रस्तुत पाठ में लेखक ने बताया है कि दामोदर नामक कवि से हमें जानकारी मिलती है कि सरस्वती के वंशज यहाँ रहते थे । राजशेखर कवि केअनुसार पाणिनी, पिंगल, वररूचि आदि महान विद्वानों की परीक्षा यहाँ ली गईथी । इससे ज्ञात होता है कि प्राचीन पाटलिपुत्र शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केन्द्र था।

प्रश्न 14. प्राचीन काल से ही पाटलिपुत्र कैसे नगर के रूप में प्रसिद्ध [2022AJI]

उत्तर- प्राचीन काल से ही पाटलिपुत्र एक शिक्षा केन्द्र के रूप में प्रसिद्ध है यहाँ संस्कृत के अनेक विद्वान हुए। पाणिनी, पिङ्गल, वररुचि तथा पतंजलि की परीक्षा यहीं ली गई थीं और यही उन्होंने ख्याति प्राप्त की ।है ?

प्रश्न 15. किन-किन विदेशी यात्रियों ने अपने संस्मरण ग्रंथों में पटनाका वर्णन किया है ?[2023AIJ

उत्तर– मेगास्थनीज, फाह्यान, ह्वेनसांग, इत्सिंग आदि विदेशी यात्रियों ने अपने संस्मरण ग्रंथों में पटना का वर्णन किया है।

Sanskrit Chapter 2 पाटलिपुत्रवैभवम् Class 10

पाटलिपुत्रवैभवम् के कोई भी प्रश्न अब आप बड़े आसानी से बना सकते है बस आप को इन प्रश्न को कई बार पढ़ लेना है और हमने QUIZ Format मे आप के परीक्षा के मध्यनाज़र इस पोस्ट को तैयार किया है class 10h Sanskrit पाटलिपुत्रवैभवम् इस पोस्ट मे दिए गए है तो अब आप को परीक्षा मे कोई भी पाटलिपुत्रवैभवम् के प्रश्न से डरने की जरूरत नहीं फट से उतर दे

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पाटलिपुत्रवैभवम् Class 10 Subjective

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S.N संस्कृत | Class 10 Sanskrit Chapters objective and Links
1 मङ्गलम् Click Here
2 पाटलिपुत्रवैभवम् Click Here
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