Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023 | Bihar Board Matric Hindi Subjective Question 2023

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Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

1. मंगम्मा को अपनी बहू के साथ किस बात को लेकर विवाद था?

उत्तर- मंगम्मा को अपनी बहू साथ स्वतंत्रता की होड़ के कारण विवाद था। वह चाहती थी कि बहू उसके अनुसार चले। उसके पति को जन्म देने वाली तथा लालन-पालन करने वाली वही है, इसलिए बहू का उस पर कोई हक नहीं है, जबकि बहू का मानना था कि वह मेरा पति, रक्षक तथा सहारा है, इसलिए पति पर मेरा पूरा हक है । साथ ही, मंगम्मा पोता पर भी अपना ही हक मानती थी,

         इसलिए जब कभी बहू पुत्र की शैतानी पर मार-पीट करती थी। तो मंगम्मा उसका विरोध करती थी। तात्पर्य यह कि मंगम्मा बेटा एवं पोता पर से अपना अधिकार छोड़ना नहीं चाहती है। तो बहू पति पर अधिकार जमाना चाहती है। उसका कहना था। कि मेरा बेटा ‘मेरा’ है और मेरा पति मेरा होना चाहिए । सास एवं बहू में इसी अधिकार की लड़ाई थी। अतः पानी में खड़े बच्चे का पाँव खींचने वाले मगरमच्छ की-सी दशा बहू की है। तो ऊपर से बाँह पकड़कर बचाने की-सी दशा माँ की है। बीच में बच्चे की स्थिति साँप- छुछुन्दर की तरह होती है। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

‘प्रश्न 2. रंगप्पा कौन था और वह मंगम्मा से क्या चाहता था?

उत्तर- रंगप्पा मंगम्मा गाँव का ही शौकीन मिजाज जुआड़ी था। वह मंगम्मा से कर्ज माँगता था। साथ ही, वह मंगम्मा के साथ अवैध संबंध स्थापित करना चाहता था। इसीलिए जब मंगम्मा दही बेचने शहर जा रही थी, उसने अमराई में कुआँ के पास उसका हाथ उसके घर वाले से भी ज्यादा हक के साथ पकड़ लिया था, जिस कारण मंगम्मा को कहना पड़ा “क्या बात है, रंगप्पा ! आज बड़े रंग में हो। मेरा अच्छापन देखने को तुम मेरे घरवाले हो क्या ?” मंगम्मा के पास कुछ पैसे थे, जिसे रंगप्पा किसी प्रकार प्राप्त कर लेना चाहता था। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

प्रश्र 3.बहू ने सास को मनाने के लिए कौन- सा तरीका अपनाया?

उत्तर- बहू को जब पता चला कि उसकी सास मंगम्मा गाँव के ही रंगप्पा नामक आदमी को पैसे देने को तैयार हो गई है, तो उसने अपने पुत्र को दादी के पास यह कहकर भेज दिया कि मैं तुम्हारे साथ ही रहूँगा। मैं कभी-भी अपने माँ-बाप के पास नहीं जाऊँगा। बहू जानती थी कि पोता के प्रति मंगम्मा की कमजोरी है। वह उसे चुराकर मिठाई आदि देती है। इसलिए बहू ने यह सिखाकर भेजा कि माता-पिता ने मुँह मोड़ लिया है। मैं तो हूँ। तुम चिंता मत करो।’

       कुछ दिन गुजरने के बाद बच्चा ने उसके साथ बेंगलुरु जाने की जिद पकड़ ली। उसी क्षण बहू एवं बेटे ने अपनी गलती स्वीकार ली । बहू ने कहा- “इतनी धूप में इस उमर में तुम क्यों बाहर जाती हो? भला कितने दिन यह काम कर सकोगी। घर में ही खाना-पीना बनाकर मालकिन की तरह रहो। दही बेचने का काम मैं देख लेती हूँ।” इसी प्रकार बहू ने अपने पुत्र को उसके पास भेजकर उसे मनाने का तरीका अपनाया। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

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प्रश्न 4. मंगम्मा का चरित्र-चित्रण कीजिए।

उत्तर- मंगम्मा ‘दही वाली मंगम्मा’ कहानी की नायिका है। वह विधवा है, और दही बेचकर परिवार का भरण-पोषण करती है। वह खुले दिल की है। वह अपना हर अनुभव या सुख-दुःख लेखक की पत्नी को सुनाती रहती है। वह चरित्रनिष्ठ, कर्मनिष्ठ एवं व्यवहार कुशल नारी है। उसका पति दूसरी औरत के पीछे लगा रहता था, फिर भी उसकी परवाह किए बगैर वह पत्नी का दायित्व निभाती रही। वह स्वतंत्रता प्रिय थी। परिवार पर अपना वर्चस्व रखना चाहती थी, Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

       जिस कारण बहू के विरोध का सामना करना पड़ता था। माँ बेटे पर से अपना हक छोड़ना नहीं चाहती थी। तो बहू पति पर अधिकार जमाना चाहती थी। इसी होड़ में वह बहू एवं बेटे से अलग हो जाती है, लेकिन रंगप्पा की धृष्टता के आगे झुकती नहीं है परन्तु भयभीत अवश्य होती है। फलतः पोते की ओर आकृष्ट होती है और परिवार के साथ रहने की इच्छा प्रकट करती है। माँ जी, जब कहती है कि बीती बातों पर मिट्टी डालकर बेटे के साथ रह जाओ, तो कहती है— “मैं तो रह जाऊँगी माँजी। पर वह रहने दे तब न।’ इन बातों से स्पष्ट होता है कि वह समझदार एवं परिवार प्रिय महिला थी। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

5. लक्ष्मी कौन थी? उसकी पारिवारिक परिस्थिति का चित्र प्रस्तुत कीजिए।

उत्तर- लक्ष्मी अति सामान्य परिवार की महिला थी। जो इस कहानी की नायिका है। उसका पति कलकत्ता में नौकरी करके पत्नी लक्ष्मी को जो कुछ भेजता है, उससे गुजारा न होने की वजह से वह तहसीलदार साहब के घर का छिटपुट काम करके अपनी जरूरतें पूरी करती है। उसे दो पुत्र तथा दो पुत्रियाँ हैं। पूर्वजों द्वारा अर्जित एक बीघा जमीन है। जो बाढ़ एवं सूखा के कारण बोझा साबित होती है। तूफान में घर टूट जाता है, जिसे उधार-कर्ज माँगकर किसी तरह कुछ बाँस बाँध-बूंधकर उस पर पुआल डालकर वर्षा, धूप आदि से अपनी रक्षा करती है। लक्ष्मी की आर्थिक स्थिति अति दयनीय है Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

प्रश्न 5. लक्ष्मी के व्यक्तित्व पर विचार करें। अथवा, लक्ष्मी का चरित्र-चित्रण कीजिए।

उत्तर- लक्ष्मी कहानी की नायिका है। वह परिश्रमी, सहनशील, साहसी एवं कुशल गृहिणी है। वह हर विषम परिस्थिति का मुकाबला साहस के साथ करती है। तूफान में घर नष्ट हो जाता है तो कर्ज लेकर घर की मरम्मत कराती है। पति की कमाई से आवश्यकता की पूर्ति न होने पर स्वयं तहसीलदार साहब के घर काम करके खर्च पूरा करती है। स्वेच्छासेवक दल में अपने बड़े पुत्र को भेज देती है। गाँव के लड़के को बाँध की रक्षा करने के लिए प्रोत्साहित करती है। गुणनिधि से पूछती है

       “हिम्मत बँध रही है क्या छोटे, सकोगे ?’ बाढ़ की आशंका को देखते हुए एक बोरे में चूड़ा, बर्त्तन तथा कुछ कपड़े रख लेती है। वह ममतामयी माँ भी है। अपने छोटे पुत्र को न देखकर व्याकुल होती है तथा ममता के आवेग में मरे बच्चे को अपने सीने से सटाकर अपना स्तन उसके मुँह के पास लगाकर जोर से अपने सीने मेंदबा लेती है। अतः लक्ष्मी नारीजन्य सारे गुणों से युक्त महान व्यक्तित्व की महिला है। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

प्रश्न 6. बिहार का जन-जीवन भी बाढ़ और सूखा से प्रभावित होता रहा इस संबंध में आप क्या सोचते हैं? लिखें।

उत्तर– बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है। उत्तर बिहार बाढ़ की विभीषिकाओं को झेलते-झेलते इतना अभ्यस्त हो गया है कि अब इन्हें इसका कोई भय नहीं सताता। उत्तर बिहार में हर साल बाढ़ आती है। इस कारण यहाँ की गरीबी मिटती नहीं क्योंकि जब बाढ़ आती है, गाँव-घर को बहाकर वीरान बना देती है। गत वर्ष मधेपुरा था सहरसा जिले इसी बाढ़ के कारण बर्बाद हो गये। कच्चे घर को कौन कहे, पक्के घर भी बाढ़ की तेज धारा में धराशायी हो गए। सर्वत्र हाहाकार मच गया। लोग शरणार्थी बन गए। सड़क टूट गई। सारा क्षेत्र पानी में डूब गया। पशु बह गए। जानमाल का इतना नुकसान हुआ कि इसकी भरपाई करने में कई वर्ष लग जाएँगे। सरकार एवं समाज ने खुलकर मदद की। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

7. माँ मंगु को अस्तपाल में क्यों नहीं भर्ती कराना चाहती?

उत्तर- माँ अस्पताल को गौशाला की उपमा देती थी। उनका मानना था। कि जब माँ होकर वह अपनी संतान की सेवा नहीं कर सकती है। तो अस्पताल वालों को क्या पड़ी है ? मंगु जन्म से ही पागल एवं गूंगी थी। उसे न तो पेशाब-पाखाना कहाँ करना है, और कहाँ न करना है, का ख्याल रहता था और न कपड़े आदि का ही। रात भर माँ उस पर ध्यान रखती थी। पेशाब करने पर वस्त्र बदल देती थी, ओढ़ना हटाने पर पुनः ओढ़ा देती थी। अपने हाथों से मंगु के मुँह में भोजन डालती थी।

      यानी मंगु का सारा काम माँ स्वयं करती थीं। इसीलिए उन्हें लगता था। कि अस्पताल में इस प्रकार कौन देखभाल करेगा? निःस्वार्थ भाव से एक माँ ही अपनी संतान की विवशता का ख्याल रख सकती है। इसी कारण वह हर सलाह देने वालों को यह कहकर टाल देती थी। कि अपनी संतान की सेवा न करके अस्पताल में भर्ती कराना अपंग जानवरों की गौशालाओं में भर्ती कर आने जैसा ही होगा। इन्हीं कारणों से वह मंगु को अस्पताल में भर्ती कराना नहीं चाहती थी। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

प्रश्न 8. कुसुम के पागलपन में सुधार देख मंगु के प्रति माँ, परिवार और समाज की प्रतिक्रिया को अपने शब्दों में लिखें।

उत्तर- कुसुम के पागलपन में सुधार देख हर कोई मंगु को अस्पातल में भर्ती करने की सलाह माँ को देने लगा। वह लोगों की बातों का विरोध किए बिना चुपचाप उनकी सलाह सुनती रहीं, जो पहले ऐसी सलाह पर हर एक को यही जवाब देती कि “मैं माँ होकर सेवा नहीं कर सकती तो अस्पताल वालों को क्या पड़ा है ? यह तो अपंग जानवरों को गौशालाओं में भर्ती कराने जैसा ही होगा। लेकिन कुसुम की सुधरी हुई स्थिति देख उनका विचार बदल जाता है और कुसुमं को अपने घर बुलाकर अस्पताल की जानकारी लेती है। कुसुम की बातों से अस्पताल के प्रति उनके मन में पड़ी गाँठ खुल जाती है।

             तथा अस्पताल के प्रति श्रद्धाभाव का संचरण होता है। मन में नई आशा पैदा होती है कि मंगु के भाग्य में दवाखाने जाने से पागलपन मिटने का लिखा होगा, यह किसे पता । यह सोच बड़े पुत्र को पत्र भेजकर बुलाती हैं। साथ ही, परिवार वालों की मंगु के प्रति उदासीनता देख अस्पताल में भर्ती कराने का निश्चय करती है, क्योंकि उनकी अवस्था बढ़ती जा रही थी। इस स्थिति में मंगु का भगवान साथी हो, उसका पागलपन मिटे या न मिटे, तो भी उसे अस्पताल में भर्ती कराना ही उचित है, क्योंकि माँ के सिवा परिवार में उसकी चाकरी करने वाला कोई नहीं था। इसलिए उसकी चाकरी करने वाला दुनिया में पराया ही कोई है तो सही। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

प्रश्न 9. मंगु जिस अस्पातल में भर्ती की जाती है, उस अस्पताल के कर्मचारी व्यवहारकुशल हैं या संवदेनशील? विचार करें।

उत्तर – मंगु जिस अस्पताल में भर्ती की जाती है, उस अस्पताल के कर्मचारी संवदेनशील हैं। उसका पता तब चलता है, जब मंगु अस्पताल में अन्दर जा रही थी। सिर पर हाथ रख, माँ रोज की भाँति स्नेहमय ‘बेटा’ शब्द उच्चारित करने लगीं कि तभी उनका स्वर फूट पड़ा, मरने के समय जैसी एक लंबी सिसकी फूट पड़ी। इस आक्रंदन में सारा अस्पताल डूब गया। सारे कर्मचारियों के हृदय भर गए, दीवारें आद्र हो उठीं। इतना स्नेह भरा किसी पागल का स्वजन वहाँ किसी ने नहीं देखा था। डॉक्टर ने आश्वासन भरे शब्दों कहा “माँ जी, बेटी को अस्पताल में नहीं, बेटे के घर छोड़े जा रही हैं, ऐसा मानिएगा। माँ जी का ममतामयी रूप देखकर मेट्रन की शक्ति लुप्त हो गई। अस्पताल के सारे लोग माँ की करुणा की धारा में बहकर संवेदनशील हो जाते हैं। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

प्रश्न 10. पाप्पाति कौन थी और वह शहर क्यो लायी गयी थी?

उत्तर– पाप्पाति बारह वर्षीया एक ग्रामीण लकड़ी है। उसकी मां का नाम वल्लिअम्माल है। पाप्पाति को बुखार आ गया था। गांव के प्राइमरी हेल्प सेटर के डॉक्टर ने उसे तुरंत मदुरै नगर के बड़े अस्पताल में ले जाने की सलाह दी। इसी इलाज के क्रम में उसकी माँ ने उसे शहर ले गई। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

प्रश्न 11. बड़े डॉक्टर के आदेश के बावजूद पाप्पाति अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हो पाती?

उत्तर- बड़े डॉक्टर के आदेश के बावजूद पाप्पाति की अस्पताल में भत्ती इसलिए नहीं हो पाती, क्योंकि उसकी माँ अनपढ़, गरीब, ग्रामीण महिला है। अशिक्षा के कारण उसकी माँ न तो किसी की बात समझ पाती है और न ही कुछ पढ़ पाती है। इस कारण उसे बार-बार इधर-उधर भटकना पड़ता है। साथ ही, अस्पताल में कार्यरत लोग पैसे पर बिकने वाले थे। जो उनकी जेब भर देता था, उनके लिए कोई नियम या पाबंदी नहीं थी,

              जबकि वल्लिअम्माल जैसी निरीह महिला को नियम की बात कहकर परेशान किया जाता । यानी अधीनस्थ डॉक्टर एवं कर्मचारी पैसे पर बिके है। उन्होंने बेड खाली न रहने की बात कहकर पाप्पाति की भत्ती नहीं की और अगले दिन सुबह साढ़े सात बजे आने को कहा। अस्पताल के ऐसे दूषित वातावरण से वल्लि अम्माल भयभीत हो गई कि उसे अपनी बेटी के पास रहने देगा या नहीं, ऐसा सोचकर बेटी को लेकर वह चली गई। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

 प्रश्न 12. वल्लिअम्माल का चरित्र-चिरण करें।

उत्तर- वल्लिअम्माल ग्रामीण अनपढ़ महिला है। वह स्वभाव से भीरू है। भय के कारण ही वह किसी से कुछ पूछने में डरती है। अनपद होने के कारण वह किसी प्रश्न का सही उत्तर नहीं देती है और 48 नं. कमरा भी नहीं खोज पाती । पुर्जी लेकर भटकती रह जाती है। वह परेशानी के कारण रोने लगती है तथा मृत पति पर आक्रोश प्रकट करती है। वह सरल हृदय महिला है। उसे अपनी पुत्री के प्रति असीम प्रेम है। वह पुत्री से क्षण भर भी अलग होना नहीं चाहती है। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

                  यही कारण है कि जब डेढ़ घंटे तक अकेला छोड़ अस्पताल में इधर-उधर भटकती रहती है तो बेटी के पास पहुँचने के लिए बेचैन हो उठती है और मुख्य दरवाजे में ताला लगा देख फूट-फूट कर रोने लगती है। वह आस्तिक स्वभाव की है। उसे झाड़-फूक, देवी-देवता आदि पर असीम श्रद्धा है। यही कारण है कि जब वह अस्पताल से बेटी को लेकर बस अड्डा की ओर जाती है तो मन्नत मानती है कि जब पाप्पाति ठीक हो जाएगी तो वैदीश्वरन जी के मंदिर जाकर दोनों हाथों में रेजगारी भरकर भगवान को भेट चढाऊँगी। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

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प्रश्न 13. सीता अपने ही घर में क्यों घुटन महसूस करती है?

उत्तर- सीता अपने ही घर में इसलिए घुटन महसूस करती है, क्योंकि परिवार का माहौल ठीक नहीं है। भरा-पूरा घर है। बेटे-बहुएँ हैं, पोते-पोतियाँ हैं, लेकिन किसी में तालमेल नहीं है। परिवार की ऐसी स्थिति देख उसका मन भर जाता है। वह आँखे पोंछकर आकाश की ओर देखने लगती है। उसे लगता है कि जैसे पृथ्वी और आकाश के बीच घुटन भरी हुई है, वैसी घुटन उसके हृदय में भरी हुई है, क्योंकि वह घर में उपेक्षित है। खाने को रोटी तो मिल जाती है,

                लेकिन माँ के प्रति बेटे का जो दायित्व होना चाहिए वह नहीं दिखता। अर्थात् माँ-बेटे के बीच जो आत्मीयता होती है उसका सर्वथा अभाव है। न तो कोई माँ का हालचाल पूछने वाला है और न माँ की समस्या को जानने वाला ही है। घर के लोग माँ को बोझ जैसा मानते हैं। इन्हीं कारणों से सीता अपने घर में घुटन महसूस करती है। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

प्रश्न 4. सीता का चरित्र-चित्रण करें। 

उत्तर– सीता इस कहानी की नायिका है जो स्वाभिमानी, सहनशील, धैर्यवान तथा ममतामयी है। पति की मृत्यु के बाद वह इच्छारहित हो उसे जो कुछ खाने को मिलता है, चुपचाप खा लेती है।, उसे इस बात पर आश्चर्य होता है कि कहने को तो वह माँ है, लेकिन कोई हालचाल तक नहीं पूछता। यह सोचकर उसका हृदय भर आता है। वह खिन्न हो जाती है, लेकिन किसी के समक्ष अपनी व्यथा प्रकट नहीं करती है। वह हर अपमान को चुपचाप सह लेती है। परिवार के दूषित वातावरण को देख कहती है कि “कहने को तो यह घर है। गली के लोगों की दृष्टि में अच्छा खाता-पीता घर है, Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

                लेकिन यहाँ खाते-पीते घर में हो खाने-पीने को लेकर एक पेट के लिए इतने झंझट ! ये लोग सुबह-शाम गाय-कुत्ते को रोटी डालो है। फिर मेरी रोटी में ऐसा क्या है कि इन लोगों को हमेशा नये ढंग से सोचना पड़ता है।” इस प्रकार वह परिवार की हर उपेक्षा तथा वृणा को धैर्यपूर्वक सहोती है लेकिन तीनो बेटे द्वारा माहवारी खर्च के रूप में डेढ़ सौ रुपये दिए जाने की बात। सुनकर विदग्ध हो जाती है तथा एक स्वाभिमानी की भाँति स्वतंत्रतापूर्ण जीवन व्यतीत करने के उद्देश्य से घर का त्याग कर चल देती है। Class 10th Hindi vvi Subjective Question 2023

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