23 July Science Masik Pariksha Class 10th : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) के द्वारा कक्षा 10 वीं का जून का मासिक परीक्षा (Bihar Board Class 10th Science 23 July Monthly Exam) का आयोजन 22-07-2024 से 26-07-2024 तक स्कूली स्तर पर किया जा रहा हैं। जिस परीक्षा में कक्षा 10वीं में पढ़ रहे सभी छात्र छात्राओं को सम्मिलत्त होना अनिवार्य है। अगर कोई छात्रा या छात्राएं परीक्षा में सम्मिलित नहीं होते हैं। तो उनका Bihar Board Final exam 2025 का Admit Card जारी नहीं किया जाएगा। अतः वे फाइनल परीक्षा से वंचित रह जाएंगे।
WhatsApp पर उत्तर पाने के लिए लिंक दबाएं | Click Here |
इसे जरूर पढ़े
Bihar Board 23 July Science Masik Pariksha Class 10th (Answer) 2024
प्यारे बच्चों आज के इस लेख में Class 10th July monthly Exam 2024 की परीक्षा प्रथम पाली में सुबह 10 बजे से होने वाली हैं उस परीक्षा के प्रश्नपत्र Question Paper का बिलकुल सही सही उत्तर Answer दिया गया है । (BSEB Class 10th Science July Monthly Exam Question) जो आपके परीक्षा के लिए बहुत लाभदायक है। जिससे आप अपने परीक्षा में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर सकते है।dls education
[wpcode id=”20215″]Bihar Board 23 July Science Masik Pariksha Class 10th
बिहार बोर्ड के द्वारा आयोजित की जा रही Class 10th Science July Monthly Exam Question Paper में अगर कोई छात्र अथवा छात्रा पास नही होंगे। तो उन सभी छात्रों का Bihar Board के द्वारा कक्षा 10वीं के फाइनल परीक्षा का एडमिट कार्ड जारी किया नहीं किया जायेगा | यानी की बोर्ड के द्वारा यह निर्देश दिया गया है की जो भी बच्चा BSEB 23 July Science Masik Pariksha Class 10th नही देंगे |
उसको फिर कक्षा 10 में एक साल और पढाई करना होगा | इसलिए इस यह लेख आपके लिए बहुत लाभदायक है। 23 July Science Masik Pariksha Class 10th क्योंकि आप सभी के लिए हमने आज के इस पोस्ट में Bihar Board के जून महीने के मासिक परीक्षा का Subjective question और Objective question का Question लाए हुए हैं। अतः आप इस पोस्ट को नोचे तक पढ़े…. [wpcode id=”20215″]
Class 10th Bihar Board July Monthly Exam Question Paper 2024 Overview | |
|
Bihar School Examination Board Patna |
|
23 July Science Masik Pariksha Class 10th |
|
22-24 July |
|
Class 10th |
|
Click Here [wpcode id=”20215″] |
|
Click Here |
BSEB 23 July Science Masik Pariksha Class 10th [ कितना प्रश्न आएगा हैं ]
- मासिक जांच परीक्षा में दो तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं।
हम आपके साथ science के objective questions के उत्तर और सब्जेक्टिव प्रश्नों के उत्तर साझा करेंगे। परीक्षा की तारीख 25 जून 2025 है। परीक्षा का समय प्रथम पाली में सुबह 10:00 बजे से 11:45 बजे तक होगा। कुल परीक्षा अवधि 1:30 घंटे की होगी।
Objective Paper Pattern:
- कुल अंक: 50
- ऑब्जेक्टिव प्रश्न: 30 (जिनमें से 25 प्रश्नों के उत्तर देने होंगे)
- परीक्षा समय: 1 घंटा 30 मिनट
Subjective Paper Pattern:
- लघु उत्तरीय प्रश्न: 10 (जिनमें से 5 प्रश्नों के उत्तर देने होंगे, प्रत्येक 2 अंक)
- दीर्घ उत्तरीय प्रश्न: 5 (जिनमें से 3 प्रश्नों के उत्तर देने होंगे, प्रत्येक 5 अंक)
Bihar Board 23 July Science Masik Pariksha Class 10th
अगर आप सभी मासिक परीक्षा का बिलकुल सही उत्तर ढूंढ रहे हैं तो यहाँ पर मंटू सर द्वारा 23 July Science Masik Pariksha Class 10th का ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव प्रश्नों का सही उत्तर दिया गया है जिससे आप आसानी से अपने परीक्षा का उत्तर देख सकते हैं [wpcode id=”20215″] BSEB 23 July Science Masik Pariksha Class 10th
खण्ड -अ (वस्तुनिष्ट प्रश्न )
1-A | 11-C | 21-D |
2-D | 12-D | 22-B |
3-B | 13-C | 23-C |
4-A | 14-B | 24-B |
5-C | 15-B | 25- D[wpcode id=”20215″] |
6-B | 16-B | 26-A |
7-B [wpcode id=”20215″] | 17-C | 27-C |
8-C | 18-C | 28-C |
9-A | 19-D | 29-D |
10-B | 20-C | 30-D |
Bihar Board 23 July Science Masik Pariksha Class 10th : प्यारे छात्रों बिहार बोर्ड द्वारा होने वाली सभी विषय का क्वेश्चन पेपर और उसके उत्तर का लिंक निचे दिया है तो आप इस लिंक को दबाकर आप सभी विषय का प्रश्न और उत्तर देख सकते हैं 23 July Science Masik Pariksha Class 10th [wpcode id=”20215″]
खण्ड -ब (सब्जेक्टिव प्रश्न )
लघु उत्तरीय प्रश्न / Short Answer Type Questions
-
नेत्र की समंजन क्षमता से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर :- एक स्वस्थ मानव नेत्र दूर एवं निकट की वस्तुओं को स्पष्टतः देख सकता है | इस कार्य के लिए मानव नेत्र के लेंस की फोकस-दूरी घटती-बढ़ती रहती है | मानव नेत्र की वह योग्यता जिसके कारण व नेत्र लेंस की फोकस-दूरी घटा या बढ़ा सकता है नेत्र की समंजन क्षमता कहते हैं |
-
वर्णपट्ट क्या है?
उत्तर :- प्रकाश के वर्ण विक्षेपण के बाद पर्दे पर इसकी जो छाया बनती है, उसे ही वर्णपट्ट कहा जाता है। प्रकाश के रंगों को संयुक्त रूप से “वेनीआहपीनाला” (VIBGYOR) से व्यक्त किया जाता है।
-
लेंस की क्षमता से क्या समझते हैं? क्षमता का मात्रक बताएं।
उत्तर :- किसी लेंस की फोकस-दूरी के व्युत्क्रम को लेंस की क्षमता कहते हैं और इसका SI मात्रक होता है। लेंस की क्षमता का एक अन्य मात्रक डाइऑप्टर है। एक डाइऑप्टर ऐसे लेंस की क्षमता को कहते हैं जिसकी फोकस-दूरी एक मीटर हो।
-
दृष्टि दोष क्या है ? यह कितने प्रकार का होता है ?
उत्तर :- स्वस्थ नेत्र द्वारा अनंत पर रखी वस्तुओं से लेकर स्पष्ट दर्शन की न्यूनतम दूरी (25 cm) तक रखी हुई वस्तुओं को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। कई कारणों से नेत्र बहुत दूर स्थित या निकट स्थित वस्तओं का स्पष्ट प्रतिबिंब रेटिना पर बनाने की क्षमता खो देता है। ऐसी कमी दृष्टि दोष कहलाती है।
दृष्टि दोष चार प्रकार के होते हैं-(a) निकट-दृष्टि दोष, (b) दीर्घ-दृष्टि दोष, (c) जरा-दूरदृष्टिता। (d) अबिंदुकता
-
आयोडीन युक्त नमक के उपयोग की सलाह क्यों दी जाती हैं ?
उत्तर :- आयोडीन युक्त नमक के उपयोग की सलाह इसलिए दी जाती हैं क्योकि आयोडीन , अवटु ग्रन्थि जो कार्बोहाइड्रेट , वसा और प्रोटीन के उपापचय हेतु थायरॉक्सिन हॉर्मोन स्त्रावित करती हैं , के लिए आवश्यक हैं । यह हॉर्मोन संतुलित वृध्दि व विकास के लिए उत्तरदायी हैं । आयोडीन की कमी से घेंघा रोग (फूली हुई गर्दन) हो जाता हैं ।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न / Long Answer Type
-
निकट-दृष्टि दोष किसे कहते हैं? इस दोष का निवारण किस प्रकार किया जा सकता है?समझाएँ।
उत्तर :- वह दृष्टि दोष जिसके कारण कोई व्यक्ति निकट की वस्तुओं को स्पष्ट रूप से देख सकता है, परन्तु दूर स्थित वस्तुओं को स्पष्ट रूप से नहीं देख सकता है। निकट दृष्टि दोष कहलाता है।
(i) अभिनेत्र लेंस की क्षमता का अत्यधिक होना। (ii) नेत्र गोलक का लंबा हो जाना। संशोधन
(निवारण)- इस दोष को दूर करने के लिए अवतल लेंस के चश्मे का उपयोग किया जाता है जो दूर रखी वस्तु से आने वाली समांतर किरणों को इतना अपसरित कर दे ताकि किरणें रेटिना के पहले मिलने के बजाए रेटिना पर ही मिले।
- दैनिक जीवन में pH का महत्व स्पष्ट कीजिये ।
उत्तर :- pH का हमारे दैनिक जीवन में बहुत अधिक महत्त्व है ।
(i) मानव और जंतु जगत में – हमरे शरीर की अधिकांश क्रियाएं 7.0 से 7.8 pH परास के बीच काम करती है । हम ऐसी संकीर्ण परास में ही जीवित रह सकते है । हमारे रक्त, आंसुओ, लार आदि का pH लगभग 7.4 होता है । यदि यह 7.0 से कम हो जाता है या 7.8 से बढ़ जाता है तो जीवन असंभव -सा हो जाता है । वर्षा के जल में pH का मान जब 7 से कम होकर 56 हो जाता है तो उसे अम्लीय वर्षा कहते है । अम्लीय वर्षा का जल जब नदियों में बहता है तो नहीं के जल का pH मान कम हो जाता है जिस कारण जलीय जीवधरियो का जीवन कठिन हो जाता है।
(ii) पेड़-पौधों के लिए -पेड़-पोडो की अच्छी वृद्धि और अच्छी उपज के लिए मिटटी के pH परास की विशेषता बनी रहनी चाहिए। यदि यह अधिक अम्लीय या क्षारीय हो जाये तो उपज पर कुप्रभाव पड़ता है।
(iii) पाचन -तंत्र-हमारे पेट में HCl उत्पन्न होता रहता है जो हमे बिना हानि पहुंचाए भोजन के पाचन में सहायक होता है। अपच की स्थिति में इस में अम्ल की मात्रा अधिक बनने लगती है । जिस कारण पेट में दर्द और जलन अनुभव होती है। इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए एटेसिड जैसे क्षारको का प्रयोग करना पड़ता है । इस के लिए प्राय: मिल्क ऑफ़ मैग्नीशियम जैसे दुर्बल क्षारक का प्रयोग करना आवश्यक हो जाता है ।
(iv) दंत-क्षय- हमारे मुंह के pH का मान 55 से कम होने पर दांतो का क्षय शुरू हो जाता है । हमारे दन्त कैल्शियम फॉस्फेट से बने होते है जो शरीर का सबसे कठोर पदार्थ है । यह जल में नहीं घुलता पर मुँह की pH का 5.5 से कम होने पर यह नष्ट होने लगता है । मुँह में उपस्थित जीवाणु, अवशिष्ट शर्करा और खाद्य पदार्थो के निम्नीकरण से अम्ल उत्पन्न होते है। इनसे छुटकारा पाने के लिए क्षारकीय दंत-मंजन का प्रयोग किया जाना चाहिए । इससे अम्ल की अधिकता उदासीन हो जाती है और दांत क्षय से रोके जा सकते है ।
(v) जीव-जन्तुओ के डंक से रक्षा – जब जीव जंतु कभी डंक मार देते है तो वे हमारे शरीर में विशेष प्रकार के अम्ल छोड़ देते है। मधुमक्खी, भिरड़, चींटी आदि मेथैनोइक अम्ल हमारे शरीर में डंक के माध्यम से पहुंचा देते है । इस से उत्पन्न पीड़ा से मुक्ति के लिए डंक मरे गए अंग पर बेकिंग सोडा जैसे दुर्बल क्षारक का प्रयोग करना चाहिए। 6 विशेष पौधों से रक्षा – नेटल (Nettle) पौधे के पत्तो पर डंकनुमा बाल होते है। उन्हें छू जाने से डंक जैसे दर्द होता है। इन बालो में मेथैनोइक अम्ल का स्त्राव होता है जो दर्द का कारण बनता है। पारंपरिक तोर पर इस पीड़ा मुक्ति डॉक पौधे की पत्तियों को डंक वाले स्थान पर रगड़ कर पाई जाती है।
-
जिबरेलिन्स एवं साइटोकाइनिन के कार्यों की विवेचना करें |
उत्तर :- जिबरेलिन्स के कार्य:-
(i) कोशिका-विभाजन एवं कोशिका-दीर्घन द्वारा ये पौधे के स्तभ की लंबाई में वृद्धि करते हैं।(ii) इनके उपयोग से वृहत आकार के फलों एवं फूलों का उत्पादन किया जाता है।(iii) बीजरहित फलों के उत्पादन में ये सहायक होते हैं।
साइटोकाइनिन के कार्य:-
ये जीर्णता को रोकते हैं एवं पर्णहरित को काफी समय तक नष्ट नहीं होने देते हैं। (ii) इससे पत्तियाँ अधिक हरी और ताजी बनी रहती हैं।(iii) फलों और बीजों में इनकी सांद्रता अधिक रहती है।
Class 10th July Monthly Exam Question | |
|
Click Here[wpcode id=”20215″] |
|
Click Here |
|
Click Here [wpcode id=”20215″] |
|
Click Here |
|
Click Here |
|
Click Here [wpcode id=”20215″] |
How to Prepare for Board Exam?
प्यारे बच्चों, मंटू सर के मार्गदर्शन में आप YouTube Channel- DLS Education से बिल्कुल फ्री में फाइनल परीक्षा 2025 की तैयारी कर सकते हैं और 90% से ज्यादा अंक हासिल कर सकते हैं। क्योंकि यहां से 10 लाख से ज्यादा बच्चों ने अपनी परीक्षा की तैयारी की है। और सफलता हासिल की है। इसके 23 July Science Masik Pariksha Class 10th साथ ही मंटू सर ने अपनी टीम के माध्यम से आपके लिए Online Test,Chapter Wise Objective pdf, Subjective question paper pdf, Model Paper इस वेबसाइट dlsofficial.com पर बिल्कुल फ्री में अपडेट किया है। जिससे आपको अपनी तैयारी में किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। [wpcode id=”20215″]
निष्कर्ष
बिहार बोर्ड 9वीं और 10वीं कक्षा की जून मासिक परीक्षा 2025 के लिए उत्तर कुंजी का उपयोग करके आप अपने उत्तरों का सही मूल्यांकन कर सकते हैं। DLS Education और मंटू सर के मार्गदर्शन में आप अपनी तैयारी को और भी प्रभावी बना सकते हैं। नियमित अभ्यास और सही रणनीति से आप अपनी परीक्षा में उत्कृष्ट अंक प्राप्त कर सकते हैं। सभी छात्रों को शुभकामनाएं!